छोटे भाई के निष्कासन पर बोले दिग्विजय
भोपाल । मध्यप्रदेश के पूर्व मुयमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने छोटे भाई पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस पार्टी से निकाले जाने के फैसले को सही करार दिया है। लक्ष्मण के निष्कासन के बाद पहली बार दिग्विजय ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा, लक्ष्मण मेरे छोटे भाई थे, छोटे भाई हैं और रहेंगे। लक्ष्मण अपने राजनीतिक विचारों के अनुसार बोलते हैं। हम दोनों भाइयों की राजनीतिक विषयों पर कोई चर्चा नहीं होती है।
लक्ष्मण के कांग्रेस पार्टी के निष्कासन का निर्णय मुझे स्वीकार है। दिग्विजय ने भाजपा के सांसदों, विधायकों और मंत्रियों तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर पर चुटकी लेते हुए कहा कि इस शिविर में यह सिखाया जाएगा कि कैसे खाओ और कैसे खिलाओ। अहमदाबाद प्लेन हादसे पर दिग्गी राजा ने सवाल करते हुए कहा कि यह बड़ी दुखद घटना है, लेकिन सरकार को यह बताना चाहिए कि डीजीसीए संगठन में आधे से ज्यादा पद खाली क्यों हैं।
दिग्विजय जाए भाड़ में
दिग्विजय ने कार्यकर्ताओं से चर्चा के दौरान कहा और कोई है कान फूंकने वाला। जब एक कार्यकर्ता करीब आया और कहा कि लड़के को आपसे जोड़ने लाया हूं, तो दिग्विजय ने कहा-कांग्रेस से जोड़ो, दिग्विजय जाए भाड़ में। हम तो पार्टी की विचारधारा से जुड़े हैं। हमारे लिए और कोई विषय नहीं है, बस विचारधारा की लड़ाई है। आखिरी दम तक लड़ेंगे, आखिरी सांस तक लड़ेंगे फिर चाहे कोई भी हो।
आरएसएस का काम नफरत फैलाने का है
दिग्विजय ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि बाबा साहब की मूर्ति का विरोध करने वाली आरएसएस, बीएन राव के पर्चे बांट रही है। बीएन राव को कोई नहीं जानता है। एक धड़ा राव के बहाने कह रहा है कि बाबा साहब ने संविधान नहीं बनाया, बल्कि हमारे वर्ग के व्यति ने बनाया। इतना बड़ा झूठ बोलना, अरे संघी (आरएसएस) शर्म करो। इतिहास नहीं बदल पाओगे। आरएसएस इस देश पर अनैतिक कब्ज़ा करना चाहती है। वे नफरत फैला रहें हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैं हिन्दू मुस्लिम एकता के लिए लड़ता हूं। पांच राज्यों में मानहानि के केस चल रहे हैं। मैं किसी से घबराता नहीं हूं।
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